उत्तर प्रदेश के भदोही जिला स्थित औराई मे दुर्गा पूजा पंडाल में आग की दुर्घटना हुई थी इस दुर्घटना में पांच दर्शनार्थियों की मृत्यु हो गई थी एवं कई दर्शनार्थियों के आग में झुलसने के कारण गंभीर स्थिति बनी हुई है | दुर्गा पंडाल भदोही जिला के औराई क्षेत्र पुलिस स्टेशन से महज कुछ दूरी पर बनाया गया था | दुर्गा पंडाल में उपयोग किए गए प्लास्टिक एवं थर्माकोल के वस्तुओं के कारण अचानक आगजनी होने से संपूर्ण पंडाल जलकर स्वाहा हो गया | एवं घटनास्थल पर मौजूद 200 दर्शनार्थी बुरी तरह से आगजनी में झुलस गए |
इस प्रकार की घटना औराई क्षेत्र के पुलिस स्टेशन की महज कुछ गज की दूरी पर घटित हुई है | जिससे स्पष्ट होता है, कि औराई पुलिस स्टेशन की अधिकारियों के द्वारा गैर जिम्मेदाराना रवैया अपनाने की वजह से यह अमानवीय दुर्घटना घटित हुई है | महत्वपूर्ण विषय यह है कि भदोही जिला में किसी भी बड़े सरकारी अस्पताल की मौजूदगी ना होने के कारण इन सभी पीड़ित को वाराणसी एवं प्रयागराज के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती किया गया | इस दुर्घटना में घायलों को समय पर इलाज नहीं मिला क्योंकि उन्हें एक लंबी दूरी तय कर दूसरे जिला में जाने पर ही इलाज व्यवस्था प्राप्त हुई जिसमें कई घंटों का समय लग गया | जिसकी वजह से पंडाल में आगजनी से गंभीर रूप से 5 पीड़ित पुरुष, छोटे बच्चे और महिलाओं की मानवीयता पूर्वक मृत्यु हो गई | भदोही जिला में जिला अस्पताल बनाने की कवायद कई बार की गई परंतु भ्रष्टाचार की वजह से अस्पताल की मौजूदगी आज तक नहीं हुई है | संपूर्ण घटना की वजह से जिस तरह भदोही रहीवासियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है | इसकी शिकायत को ध्यान में रखते हुए एडवोकेट आशीष राय के द्वारा राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के समक्ष भदोही जिला के औराई पुलिस अधिकारी एवं अन्य सरकारी अधिकारियों के गैर जिम्मेदाराना रवैया अपनाने के खिलाफ उचित जांच कर कार्रवाई करने की मांग की गई है |